यहां गूंजते हैं स्त्रियों की मुक्ति के स्वर, बे-परदा, बे-शरम,जो बनाती है अपनी राह, कंकड़-पत्थर जोड़ जोड़,जो टूटती है तो फिर खुद को समेटती है, जो दिन में भी सपने देखती हैं और रातों को भी बेधड़क सड़कों पर निकल घूमना चाहती हैं, अपना अधिकार मांगती हैं। जो पुकारती है, सब लड़कियों को, कि दोस्तों जियो अपनी तरह, जियो ज़िंदगी की तरह
20 December 2008
लाइफ को तो प्री-पेड कराओ
ये लाइफ टाइम प्री-पेड कार्ड है, वैलिडिटी खत्म होने की चिंता खत्म, बस पैसे डालो और टॉकिंग-शॉकिंग शुरु। जनाब इरफ़ान ख़ान साब भी टीवी पर ऐसा ही कुछ बांचते नज़र आते हैं। लेकिन लाइफ-टाइम प्री-पेड कार्ड बेचनेवाले की कॉल ने मेरी कज़न के लाइफ का बहुत सारा टाइम खा लिया। वो झल्ला जाती। जब लाइफ का टाइम नहीं फिक्स्ड है तो लाइफ टाइम प्री-पेड कार्ड का क्या मतलब। पहले लाइफ को प्री-पेड कराओ तब तो लेंगे लाइफ टाइम प्री-पेड कार्ड। ख़ैर मैं और मेरी कज़न इस बात पर बहुत देर तक हंसते रहे। फिर हमने गर्व से कहा हम तो पोस्ट-पेड वाले हैं। लाइफ-टाइम टॉकिंग-सॉकिंग से एक महीने के बिल की छुट्टी।
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9 comments:
वाह क्या बात है । बहुत अच्छी और सच्ची बात कही है। बधाई स्वीकारें।
सही बात कही.....पहले लाइफ को तो प्रीपेड कराओ।
मुझे तो हंसी आ रही है आप की इस खुब्सुरत पोस्ट को पढ कर.
धन्यवाद
बड़ी समझदारी की बात कह दी आपने तो!
और क्या, पहले लाइफ को तो प्री-पेड कराओ :)
भई! अपने नम्बर पे do not disterb की सेवा उपलब्ध कराओ फ़िर आपको कोई cl नहीं आयेगा...
---मीत
मजेदार पोस्ट....
जीवन उम्मीदों के सहारे चलता है
Dur tak socha hai aapne! Bahut khub.
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