tag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post3968945418811125169..comments2023-10-24T02:02:07.126-07:00Comments on वर्षा...यहां सुनाई देते हैं स्त्रियों की मुक्ति के स्वर: "बचाओ- विलुप्त हो सकते हैं गिद्ध"वर्षाhttp://www.blogger.com/profile/01287301277886608962noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-83589760832575733592008-11-22T20:43:00.000-08:002008-11-22T20:43:00.000-08:00वाह, ब्लॉग का लुक ही बदला हुआ है। काफी अच्छा लग ...वाह, ब्लॉग का लुक ही बदला हुआ है। काफी अच्छा लग रहा है। <BR/><BR/>गिद्धों का लुप्त होना सचमुच चिंता का विषय है, जिसका कुछ समाधान ढूंढा जाना चाहिए।Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-22593581658991628932008-11-22T12:39:00.000-08:002008-11-22T12:39:00.000-08:00क्या बात करती हैं आप........गीद्ध इस देश से ख़त्म....क्या बात करती हैं आप........गीद्ध इस देश से ख़त्म........नहीं...नहीं...आपकी जानकारी अधूरी है...जरा उसे ठीक कर लें...इस देश में गीद्ध की एक नयी पौध तैयार भी हो चुकी है...पिछले साठ सालों में...जो पहले लोगों को मारते हैं....फ़िर उसका सफाया करवा देते हैं....अगले साठ सालों में ये नए गीद्ध इस पुरे देश का सफाया कर देंगे...सडांध...अरे गंदगी का निशाँ ना बचेगा......हिंट्स: ये गीद्ध अक्सर सफ़ेद कपडों में पाये जाते हैं....ज्यादा नहीं बताउंगा...कुछ रहस्य भी तो जरूरी है ना.....!!राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-65791011343770577362008-11-22T06:14:00.000-08:002008-11-22T06:14:00.000-08:00aapka blog padh nahi paya, kyonki hindi show nahi ...aapka blog padh nahi paya, kyonki hindi show nahi kar rahi thi...sandeep sharmahttps://www.blogger.com/profile/00396307376371645302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-12271393986990646102008-11-22T04:46:00.000-08:002008-11-22T04:46:00.000-08:00aise kitni hi bhagwan ki banaye huye sunder jeev l...aise kitni hi bhagwan ki banaye huye sunder jeev lupt hote ja rahe hain...मीतhttps://www.blogger.com/profile/04299509220827485813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-49950678153785247302008-11-20T22:08:00.000-08:002008-11-20T22:08:00.000-08:00गिद्धों का विलुप्त होते जाना बड़ा ही दुर्भाग्यपू...गिद्धों का विलुप्त होते जाना बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है ! नैसर्गिक रूप से ये धरती की सफाई करते हैं ! इनको बचाने की दिशा में कार्य किए जाने की बहुत आवश्यकता है ! वरना पर्यावरण संतुलन की दिशा में बहुत बड़ी चोट लगेगी ! आपने बहुत सटीक और सामयिक लेख लिखा है इसके लिए बहुत धन्यवाद और शुभकामनाएं !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-33752707069472737342008-11-19T10:42:00.000-08:002008-11-19T10:42:00.000-08:00वर्षा जी भारत मै तो कई चीजो पर प्रतिबंध है, लेकिन ...वर्षा जी भारत मै तो कई चीजो पर प्रतिबंध है, लेकिन सब हो रहा है,अब इन पक्षियो का, ओर कई जानवर भी भारत मै लुपत हो रहै है, लेकिन कोई कुछ नही कर रहा, बस बडी बडी बाते ओर योजानये बनती है , फ़िर सब ठप्प.<BR/>आप ने बहुत ही सही बात उठाई है.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-25134540301954377052008-11-19T10:30:00.000-08:002008-11-19T10:30:00.000-08:00gidd ki taraha hum natur ke bhitar se kai jivon ko...gidd ki taraha hum natur ke bhitar se kai jivon ko nasht karane me lage huye hain.Bahadur Patelhttps://www.blogger.com/profile/13259752722633307367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-27270481971648813222008-11-19T03:40:00.000-08:002008-11-19T03:40:00.000-08:00बहुत जरूरी विषय उठाया है आप ने. कल सारथी पर यही वि...बहुत जरूरी विषय उठाया है आप ने. कल सारथी पर यही विषय प्रस्तुत होगा और इस लेख का जिक्र भी होगा.<BR/><BR/>सस्नेह -- शास्त्रीShastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-38311236716410173892008-11-19T03:08:00.000-08:002008-11-19T03:08:00.000-08:00बिलकुल सही कहा आपने। यह कीटनाशकों के दुष्प्रभाव क...बिलकुल सही कहा आपने। यह कीटनाशकों के दुष्प्रभाव का ज्वलंत उदाहरण है।adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-70447936693786365502008-11-19T02:25:00.000-08:002008-11-19T02:25:00.000-08:00कोई ७ साल पहले एक दिन हमें ख्याल आया कि बहुत दिन स...कोई ७ साल पहले एक दिन हमें ख्याल आया कि बहुत दिन से हमें गिद्ध नही दिखे फ़िर जब जानकारी लेने की कोशिश की तो समझ में आया कि गिद्ध तो वाकई गायब हैं. शायद अब उन्हें वापस अस्तित्व में लाने में प्रकृति सक्षम नही है पहली बार आँखों के आगे से कोई प्रजाति ऐसे विलुप्त हुईroushanhttps://www.blogger.com/profile/18259460415716394368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-48398806919075771262008-11-19T00:29:00.001-08:002008-11-19T00:29:00.001-08:00डिस्कवरी पर देखा था, विज्ञान प्रगति में पढ़ चुके ह...डिस्कवरी पर देखा था, विज्ञान प्रगति में पढ़ चुके हैं, पर सरकार क्या कर रही है, असम में कहीं एक रक्षण उद्यान बना है!Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-64657854057881299772008-11-19T00:29:00.000-08:002008-11-19T00:29:00.000-08:00This comment has been removed by the author.Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-30038637295174781752008-11-18T23:05:00.000-08:002008-11-18T23:05:00.000-08:00निसंदेह चिंता का विषय है !पर भारत में शायद विलुप्त...निसंदेह चिंता का विषय है !पर भारत में शायद विलुप्त प्राणियो के बारे में गंभीरता से सोचा नही जाताडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-60807118874815875052008-11-18T22:43:00.000-08:002008-11-18T22:43:00.000-08:00गिद्धों की बात आपने की। उन्हें बचाने की मुहिम जोरो...गिद्धों की बात आपने की। उन्हें बचाने की मुहिम जोरों पर है। हम जानते है कि प्रकृति का यह जमादार प्राणी समाप्ती की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इसके अलावा कई ऐसे जीव हैं जो आखिरी लड़ाई लड़ रहे हैं। गोरैया जैसे पक्षी भी अब उतने नहीं रहे। तीतर, बटेर, जुलाहा, जैसे पक्षी हमारे क्षेत्र से तो लगभग गायब ही हो गये। मैंने इनपर कई लेख अपने समाचार-पत्र में लिखे हैं। गिद्धों के विषय में भी विशेष तौर पर लिखा है। मोर भी समाप्ती की ओर हैं। मुझे लगता है कि हम ऐसे पक्षियों को भविष्य में किताबों तक ही सीमित कर लेंगे या इनके बारे में आने वाली जनरेशन को कहानियां सुनाया करंेगे। <BR/><BR/> आप का धन्यवाद।<BR/><BR/>-हरमिन्दर सिंह, वृद्धग्राम blog सेharminder singhhttps://www.blogger.com/profile/15795115311326671309noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-486956477831176589.post-77338044388890871802008-11-18T22:39:00.000-08:002008-11-18T22:39:00.000-08:00धीरे धीरे बहुत से पशु पक्षी दिखने बंद ही जायेंगे औ...धीरे धीरे बहुत से पशु पक्षी दिखने बंद ही जायेंगे और हम उनकी तस्वीर देख पायेंगे ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.com